शीलवानों के मार्ग को मार नहीं जान पाता (गोधिक स्थविर के परिनिर्वाण की कथा) राजगृह के इसिगिली पर्वत की कालशिला पर विहार करते समय आयुष्मान गोधिक एक रोग के कारण छः बार जब ध्यान को प्राप्त करने का प्रयत्न करते हुए भी ध्यान को प्राप्त नहीं कर सके, तब उन्होंने बाल बनाने वाले छुरे से[…]
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